Shayari
कुछ इस तरह से नव वर्ष 2020 की शुरुआत होगी,
चाहत अपनों की सबके साथ होगी,
न फिर गम की कोई बात होगी,
न फिर गम की कोई बात होगी,
क्योंकि नये साल में खुशियों की बरसात होगी.
चाहत अपनों की सबके साथ होगी,
न फिर गम की कोई बात होगी,
न फिर गम की कोई बात होगी,
क्योंकि नये साल में खुशियों की बरसात होगी.
Labels: Shayari


0 Comments:
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home